बैंडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु आज अपने खेल से पूरे देश का नाम रोशन कर चुकी हैं. बता दें सिंधु आज महिला विश्व बैंडमिंटन चैंपियन बन चुकी हैं और अब कमाई के मामले में वह भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली से सिर्फ एक कदम की दूरी पर हैं. जी हां, सिंधु अपने खेल से देश का नाम रोशन कर रही हैं. उसी तरह से उनकी कमाई में भी लगातार इजाफा हो रहा है.
बात करें सिंधु की एक दिन की कमाई की तो वह रोजाना का विज्ञापन करने के लिए 1.5 करोड़ रूपए चार्ज करती हैं और अब विश्व चैंपियन बनने के बाद उनकी फीस 1 करोड़ से बढ़कर 3 करोड़ रूपए तक बढ़ सकती है.
बात करें सिंधु की पिछले साल की कमाई की तो पिछले वित्त वर्ष यानि अप्रैल 2018 से मार्च 2019 तक में सिंधु की कमाई सिर्फ 39 करोड़ रूपए थी. उनकी यह कमाई सिर्फ विज्ञापन और खेल प्रतियोगिताओं से मिली इनामी राशि की थी. जिसमें 50 लाख डॉलर विज्ञापन के जरिए और 5 लाख डॉलर प्राइज मनी शामिल थी.
यह भी बताते चले कि सिंधु का नाम फ़ोर्ब्स की मोस्ट मार्केटेबल महिला खिलाड़ी की लिस्ट में भी शामिल है.
बात करें विश्व की महिला खिलाड़ियों की तो उनका नाम टॉप 10 की लिस्ट में शामिल है. साल 2017 में सिंधु की कमाई 57.25 करोड़ रूपए थी जो कि जून 2017 से जून 2018 के बीच बढ़कर 62 करोड़ रूपए हो गई. यह उपलब्धि पाने वाली सिंधु अकेली भारतीय महिला खिलाड़ी हैं. फोर्ब्स सूची में सिंधु 7वें नंबर पर हैं.
इन सालों में सिंधु कई कंपनियों की ब्रांड अंबेसडर भी बन चुकी हैं. जिनमें बैंक ऑफ बड़ौदा, ब्रिजस्टोन, जेबीएल, पैनासोनिक और दूसरे कई बड़े ब्रांड्स शामिल हैं. इस सबके ऐड करने के साथ ही सिंधु को राज्य सरकारों व पीएसयू कंपनियों से भी पुरस्कार राशि मिलती रहती है. सिंधु की नेटवर्थ करीबन 72 करोड़ रूपए है. साल 2016 में तेलंगाना से 5 करोड़, आंध्र प्रदेश से 3 करोड़, दिल्ली से 2 करोड़, मध्य प्रदेश और हरियाणा राज्यों से 50-50 लाख रूपए की इनामी राशि दी गई थी.
इसके साथ ही खेल मंत्रालय, बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया की तरफ से सिंधु को 50 लाख रूपए, इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन की तरफ से 30 लाख रूपए और भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन की तरफ से 75 लाख रूपए भी दिए गए थे.