बॉलीवुड एक्टर पंकज त्रिपाठी ने फिल्म इंडस्ट्री में बतौर आउटसाइडर ही एंट्री ली थी. जिसके बाद उन्होंने अपनी मेहनत के बल पर इंडस्ट्री में पहचान बनाई है. आज एक्टर लोगों के दिलों पर राज कर रहे हैं. हाल ही में पंकज त्रिपाठी ने बताया कि 8 साल की मेहनत के बाद लोगों ने उन्हें पहचानना शुरू किया.
इसके साथ ही साथ पंकज ने अपने बॉलीवुड में सफर और नेपोटिज्म को लेकर अपनी बात रखी. आगे पंकज त्रिपाठी ने कहा – ‘नेपोटिज्म ने किसी भी तरह मुझे परेशान नहीं किया. मैंने अपने क्राफ्ट पर काम करने में बिजी रहा. लोगों को शायद लगता होगा कि मैं झूठ बोल रहा हूं, जब मैं यह कहता हूं कि मैंने इंडस्ट्री में कभी असहज महसूस नहीं किया, लेकिन मैं बता सकता हूं कि अब तक मेरी जर्नी और एक्सपीरियंस कैसा था. मैंने फिल्मों में रोल पाने के लिए कड़ी मेहनत की. मैंने 8 साल लगातार मेहनत की तब लोगों ने मुझे पहचानना शुरू किया.’
आगे पंकज ने कहा- ‘हालांकि मैं इस बात से इनकार नहीं करूंगा कि इंडस्ट्री में ऐसी चीजें दूसरों के साथ नहीं हो रही है. स्टार किड्स को दूसरों के मुकाबले जल्दी मौका मिल जाता है, क्योंकि एक वे एक विशेष फैमिली से आते हैं. मुझे आसानी से मौका नहीं मिला. हालांकि, मुझे किसी ने रोका भी नहीं. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है कि आपको 8 साल या फिर 8 दिन के संघर्ष के बाद पहचान मिली. अगर आपके पास टैलेंट नहीं है तो आप इस इंडस्ट्री में सर्वाइव नहीं कर सकते हैं. ऑडियंस बहुत स्मार्ट हो गई है. वह जानती है कि कौन टैलेंटेड और कौन नहीं.’
बात करें वर्कप्लेस की तो ‘फुकरे रिटर्न्स’, ‘लुका-छिपी’ ,’बरेली की बर्फी’, ‘सुपर 30’ जैसी कई फिल्में हैं जब स्क्रीन पर पंकज त्रिपाठी के कॉमिक अंदाज पर दर्शकों ने थिएटर में सीटियां बजाई हैं. आखिरी बार पंकज त्रिपाठी ‘गुंजन सक्सेना : द कारगिल गर्ल’ फिल्म में नजर आए थे. जो कुछ समय पहले ही ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज की गई थी.